दिलों से बंधा रिश्ता: भारत-नेपाल मैत्री का एक और उदाहरण

ललित झा जयनगर, 31 मई । भारत और नेपाल — दो देश, लेकिन आत्मा एक। भाषा, संस्कृति, धर्म और सभ्यता के धागों से बुना यह संबंध केवल पड़ोसियों का नहीं, बल्कि दो परिवारों का है, जिनके दिलों की धड़कनें एक साथ चलती हैं। इसी कारण भारत-नेपाल मैत्री को यूँ ही अद्वितीय नहीं कहा जाता। इतिहास …

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ललित झा

जयनगर, 31 मई ।

भारत और नेपाल — दो देश, लेकिन आत्मा एक। भाषा, संस्कृति, धर्म और सभ्यता के धागों से बुना यह संबंध केवल पड़ोसियों का नहीं, बल्कि दो परिवारों का है, जिनके दिलों की धड़कनें एक साथ चलती हैं। इसी कारण भारत-नेपाल मैत्री को यूँ ही अद्वितीय नहीं कहा जाता।

इतिहास साक्षी है कि भारत ने हर सुख-दुख की घड़ी में नेपाल का साथ दिया है — चाहे प्राकृतिक आपदा हो, राजनीतिक परिवर्तन हो या फिर आर्थिक सहयोग की बात। भारत ने यह हमेशा सिद्ध किया है कि वह केवल एक पड़ोसी देश नहीं, बल्कि नेपाल का सच्चा मित्र है — और यही मित्रता हाल ही में फिर एक बार देखने को मिली है।

1 जून 2025 से जयनगर-जनकपुर रेल सेवा कुछ समय के लिए बंद की जा रही है, क्योंकि नेपाल रेलवे की ट्रेन मरम्मत और सेवा कार्य के लिए लखनऊ जा रही है। यह रेलवे सेवा न केवल सीमावर्ती क्षेत्रों को जोड़ती है, बल्कि जनकपुर और मिथिला के लाखों लोगों की दिनचर्या का हिस्सा बन चुकी है। ऐसे में इस सेवा का रुकना आम लोगों के लिए असुविधा और कठिनाई का कारण बन सकता था।

लेकिन भारत ने इस अवसर पर फिर एक बार ‘मित्र धर्म’ निभाया। भारत सरकार ने आठ बोगियों वाली एक वैकल्पिक ट्रेन नेपाल को प्रदान की है, जिससे इस रेल खंड पर यात्री सेवा बिना किसी रुकावट के जारी रह सके। यह केवल एक तकनीकी या प्रशासनिक निर्णय नहीं, बल्कि एक भावनात्मक कदम है — यह दिखाता है कि भारत हर मोड़ पर नेपाल के साथ है।

भारत-नेपाल संबंधों की गहराई केवल समझौतों और सहयोग योजनाओं में नहीं मापी जा सकती। यह एक ऐसा “दिल का रिश्ता” है जो सदियों पुराना है — जानकी और राम के विवाह से लेकर आज तक। यह संबंध न स्वार्थ पर टिका है, न राजनीति पर — यह संबंध भरोसे पर टिका है।

आज जब वैश्विक राजनीति में रिश्ते स्वार्थ और रणनीति से तय होते हैं, तब भारत-नेपाल मैत्री एक आदर्श उदाहरण बनकर उभरती है। यह रिश्ता कहता है — “जहाँ एक-दूसरे की जरूरतों को बिना कहे समझा जाए, वही सच्ची मित्रता होती है।”

नेपाल की जनता भी इस सहयोग की सराहना कर रही है। आम नागरिकों के लिए यह संदेश है कि उनके जीवन की राह में भारत सदा साथ है। इस प्रकार के सहयोग न केवल वर्तमान समस्याओं का समाधान करते हैं, बल्कि भविष्य की मैत्री की नींव को और मजबूत करते हैं।

BoliBachan

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